PM मोदी ने राज्यों से कहा — “स्वास्थ्य ढाँचा तेज़ी से विकसित करें,” विशेष फोकस दूर-दराज़ के असपिरेशनल और सीमा वाले जिलों पर
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 48वीं PRAGATI मीटिंग में सभी राज्यों को निर्देश दिया कि वो देश में स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती देने के लिए तेजी से काम करें, विशेषकर दूर-दराज़ के असपिरेशनल जिलों, आदिवासी क्षेत्रों और सीमावर्ती इलाकों में। यह निर्देश PM-Ayushman Bharat Health Infrastructure Mission (PM-ABHIM) के तहत दिए गए, जो देशभर में प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक स्तर की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का एक बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री ने इस योजना को ‘गोल्डन अवसर’ बताया और कहा कि इससे न सिर्फ हर वर्ग को स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी बल्कि आने वाले समय में किसी भी महामारी या आपात स्थिति से निपटने की तैयारी भी मजबूत होगी। उन्होंने यह भी कहा कि कई बार योजनाओं की धीमी रफ्तार से लागत बढ़ती है और लोगों तक सेवा पहुँचने में देरी होती है, इसलिए राज्यों को इस दिशा में समयबद्ध और नतीजा-उन्मुख काम करना होगा। मिशन के तहत क्रिटिकल केयर यूनिट्स, ब्लॉक और जिला स्तर पर टेस्टिंग लैब्स, इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब्स और डिजिटल स्वास्थ्य निगरानी तंत्र को मजबूत किया जाएगा। यह योजना महामारी के अनुभव से मिली सीखों के आधार पर तैयार की गई है और इसका उद्देश्य है कि हर नागरिक, चाहे वो किसी भी क्षेत्र में रहता हो, उसे बेहतर इलाज की सुविधा मिल सके। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ काम करना राज्यों की प्राथमिकता होनी चाहिए।