AYUSH मंत्रालय ने दुर्लभ आयुर्वेदिक पांडुलिपियों के Transliteration के लिए कार्यशाला आयोजित की
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केंद्रीय आयुष मंत्रालय के तहत चालू Central Council for Research in Ayurvedic Sciences (CCRAS) ने भारत सरकार की Gyan Bharatam Mission की वाणी में दो राष्ट्रीय Transliteration कार्यशालाएँ आयोजित कीं, जिसमें दुर्लभ और प्राचीन आयुर्वेदिक पांडुलिपियों के करीब 1,600 पृष्ठों का Transliteration किया गया। इसमें राष्ट्रीय स्तर के आयुर्वेद और संस्कृत विद्वानों, शोधार्थियों और युवा शिक्षणकर्ताओं को Traditional Manuscripts को पहचानने, उनका digitale स्वरूप तैयार करने और उनकी Transliteration प्रक्रिया में प्रशिक्षित किया गया। प्रशासनिक रूप से CCRAS ने Ministry of Culture के National Mission for Manuscripts और Ministry of Education की Central Sanskrit University केसहयोग से यह कार्य शुरू किया ताकि आयुर्वेदिक ज्ञान को संरक्षित किया जा सके, युवा पीढ़ी को शोध के लिए सक्षम बनाया जा सके और पारंपरिक चिकित्सा विज्ञान को evidence-based global research के लिए तैयार किया जा सके। Gyan Bharatam Mission के अंतर्गत यह पहल आयुष ज्ञान की रक्षा के साथ-साथ India की पारंपरिक चिकित्सा पद्घतियों को विश्व स्तर पर मान्यता दिलाने में सहायक होगी।