Maharashtra State Medicinal Plants Board ने अपनी latest meeting में 5 योजनाओं के लिए ₹2.5 करोड़ की मंजूरी दी

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Maharashtra SMPB की बैठक में 5 नई herbal initiatives के लिए ₹2.5 करोड़ की मंजूरी—seed bank से लेकर Mobile Labs तक परियोजनाएँ। post

पुणे, 22 जून 2025 — महाराष्ट्र के राज्य औषधीय पादप बोर्ड (State Medicinal Plants Board - SMPB) की मासिक बैठक पुणे में सम्पन्न हुई, जिसमें बोर्ड ने 5 नए नवाचारात्मक योजनाओं के लिए ₹2.5 करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत की। बैठक की अध्यक्षता SMPB की चेयरपर्सन डॉ. ऐश्वर्या पाटिल ने की।

बैठक का मुख्य उद्देश्य औषधीय पौधों की पारंपरिक खेती, ग्रामीण रोजगार, और वनस्पतिक जैव विविधता संरक्षण को बढ़ावा देना था। इस बार फोकस उन जिलों और क्षेत्रों पर रहा जहाँ औषधीय वनस्पतियों की परंपरागत जानकारी तो है, लेकिन आधुनिक संसाधनों की कमी है।

📌 बैठक में स्वीकृत प्रमुख योजनाएँ इस प्रकार हैं:

1. हर्बल सीड बैंक (Herbal Seed Bank):

• जोन-3 और जोन-4 (Vidarbha और Marathwada) में Rare Medicinal Plants की प्रजातियों का संरक्षण।

• टिशू कल्चर आधारित propagation के लिए ₹65 लाख का आवंटन।

2. किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम (Farmers’ Capacity Building):

• जैविक औषधीय खेती, scientific harvesting techniques और मूल्य संवर्धन (value addition) पर 1200 किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

  •इस योजना हेतु ₹48 लाख स्वीकृत किए गए हैं।

 3. इंटरस्टेट प्लांटिंग ड्राइव (Interstate Herbal Integration):

गुजरात, कर्नाटक और केरल के साथ मिलकर अंतर-राज्यीय हर्बल कृषि का साझा मॉडल तैयार करना।

₹40 लाख का सहयोग निधि घोषित।

4. मोबाइल हर्बल लैब्स (Mobile Herbal Labs):

नासिक, चंद्रपुर और गढ़चिरौली जैसे दुर्गम इलाकों में औषधीय पौधों की onsite testing और प्रमाणन के लिए मोबाइल लैब्स की तैनाती।

₹75 लाख की विशेष फंडिंग।

5 . लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा योजना (Endangered Species Safeguarding):

Nagzira, Bhimashankar और Melghat क्षेत्रों में endangered औषधीय पौधों जैसे Sarpgandha, Guggal की जड़ी-बूटियों पर community-led संरक्षण कार्यक्रम।