वेटर से डॉक्टर तक का सफर; डॉ. आशिष बिसेन को मिलेगा AYUSH Vikram Samman

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डॉ. आशिष बिसेन ने एक वेटर से लेकर प्रतिष्ठित होम्योपैथिक चिकित्सक बनने तक का संघर्षमयी सफर तय किया है। अब उन्हें AYUSH Vikram Samman से सम्मानित किया जाएगा। post

छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के एक छोटे से गांव मरोद, जिसकी जनसंख्या लगभग 2500 है — वहीं से शुरू हुई डॉ. आशिष बिसेन की जीवन यात्रा, जो आज AYUSH Vikram Samman जैसे राष्ट्रीय स्तर के सम्मान तक पहुँच चुकी है।

डॉ. बिसेन की प्रारंभिक शिक्षा बेहद कठिन हालातों में हुई। गांव में स्कूल नहीं था, इसलिए हर दिन 10 किलोमीटर दूर तक पैदल चलकर पढ़ाई करनी पड़ी। फिर भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी — हर कक्षा में हमेशा प्रथम स्थान प्राप्त किया। यह वही संकल्पशक्ति थी जिसने उन्हें रायपुर तक पहुँचाया, जहाँ से असली संघर्ष शुरू हुआ।

उन्होंने BHMS में दाखिला लिया, लेकिन पहले वर्ष की परीक्षा में पूरे कॉलेज में सिर्फ 44 छात्र पास हुए — और उनमें वे अकेले थे जो कठिन हालात के बावजूद सफल रहे। लेकिन द्वितीय वर्ष में प्रवेश के लिए फीस नहीं थी। घर वालों ने पढ़ाई आगे जारी रखने से साफ मना कर दिया। ऐसे में उन्होंने हार नहीं मानी — ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी बेची, मोबाइल हार्डवेयर का काम सीखा, एक्स-रे तकनीक सीखी, और घरों में कॉल करके समझाया कि उन्हें डॉक्टर बनना है।

 

रोज़ की दिनचर्या: संघर्ष और संकल्प

कुछ दोस्तों ने उनकी फीस भर दी — यह कहकर कि “तू बस डॉक्टर बन जा, पैसे बाद में लौटा देना।” उसके बाद उनके संघर्ष और मेहनत की एक नई कहानी शुरू हुई:

  • सुबह: क्लिनिक में असिस्टेंट का काम

  • दोपहर: कॉलेज की क्लास

  • शाम: एक अन्य क्लिनिक में सेवा

  • रात: होटल में वेटर की नौकरी

धीरे-धीरे होटल में रिसेप्शन पर प्रमोशन मिला, लेकिन पढ़ाई के लिए समय और पैसा दोनों की चुनौती बनी रही। बाद में उन्होंने होटल की नौकरी छोड़ दी और 4 वर्षों तक हॉस्पिटल की नाइट ड्यूटी की।

गुरुओं ने उनका संघर्ष देखा और उन्हें दिन में कॉलेज आने की विशेष अनुमति दी। हर वर्ष उन्होंने प्रथम स्थान प्राप्त किया, और अंतिम वर्ष में पूरे महाविद्यालय में टॉप किया।

 

2017 में उन्हें Dr. Malti Allen Noble Award (Gold Medal) मिला, जो पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के करकमलों से प्रदान किया गया। यह पल उनके जीवन का सबसे बड़ा सम्मान बना।

आज वे रायपुर के सबसे हाईएस्ट रेंट पेइंग होम्योपैथिक क्लिनिक का संचालन कर रहे हैं। 8 वर्षों की सेवा में उन्होंने न केवल चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है, बल्कि अनेक मरीजों की ज़िंदगी में बदलाव लाया है।

उनकी इस संघर्षमयी यात्रा को सम्मानित करते हुए, उन्हें International AYUSH Conclave – Goa Edition 2025 में AYUSH Vikram Samman से नवाज़ा जा रहा है।

यह सम्मान उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो विपरीत परिस्थितियों में भी अपने सपनों का पीछा नहीं छोड़ते।

AYUSH World परिवार की ओर से डॉ. आशिष बिसेन को इस विशेष उपलब्धि पर हार्दिक बधाई और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं।