योग अभ्यास से किशोरों में मिला अद्भुत स्वास्थ्य लाभ – आयुष मंत्रालय के अध्ययन में खुलासा

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आयुष मंत्रालय के अध्ययन में खुलासा post

आयुष मंत्रालय के एक नवीनतम अध्ययन में यह स्पष्ट हुआ है कि नियमित योग अभ्यास किशोरों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होता है। इस अध्ययन में 13 से 18 वर्ष की आयु के छात्रों को 17 सप्ताह तक प्रतिदिन योगाभ्यास कराया गया, जिसमें उल्लेखनीय सुधार देखे गए।

अध्ययन के प्रमुख निष्कर्ष:

  • 17 सप्ताह के योग अभ्यास से छात्रों के वजन में संतुलन देखा गया और बॉडी मास इंडेक्स (BMI) में सुधार आया

  • मानसिक तनाव, चिड़चिड़ापन और एकाग्रता की समस्याओं में कमी देखी गई

  • स्मृति शक्ति और शैक्षणिक प्रदर्शन में सकारात्मक परिवर्तन दर्ज किए गए

  • नींद की गुणवत्ता, पाचन तंत्र और भावनात्मक स्थिरता में भी सुधार पाया गया

यह योग अभ्यास कार्यक्रम योगा एजुकेशन एंड रिसर्च नेटवर्क (YERN) के तहत विभिन्न स्कूलों में चलाया गया, जिसमें 1000 से अधिक किशोरों ने भाग लिया। उन्हें विशेष योग प्रोटोकॉल के अनुसार योगासन, प्राणायाम और ध्यान अभ्यास कराया गया।

आयुष मंत्रालय के अनुसार, “किशोर अवस्था में योग अभ्यास न केवल फिजिकल फिटनेस बल्कि मानसिक स्थिरता, अनुशासन और आत्मनियंत्रण की भावना को भी मजबूत करता है। यह अध्ययन भविष्य में योग को स्कूली शिक्षा में अनिवार्य रूप से शामिल करने की दिशा में अहम कदम हो सकता है।”

योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि एक संपूर्ण जीवनशैली है। किशोरों में इसकी वैज्ञानिक रूप से सिद्ध प्रभावशीलता यह दर्शाती है कि भारत की प्राचीन परंपरा आज की युवा पीढ़ी के लिए कितनी आवश्यक और प्रभावशाली है।